प्रतिनिधि चिनिया चिनिया गढ़वा प्रखंड से 40 लोगों ने रोजगार नहीं मिलने से बस द्वारा गुजरात सूरत में सरिया शेट्टी के काम करने के लिए शुक्रवार को बस में भरकर काम करने के लिए निकले जानकारी के अनुसार काम के लिए जा रहे मजदूर भानु सिंह गणेश सिंह सुरेंद्र सिंह वीरेंद्र कोरबा शिवनारायण सिंह परीखा सिंह ने कहा कि अपने प्रखंडों में काम नहीं रहने के कारण दूसरे राज्यों में काम की तलाश में जाना पड़ रहा है कहा कि यहां नरेगा योजना के तहत काम भी चल रहा है वह भी मशीन द्वारा कराया जाता है खाली लेबर का नाम से खानापूर्ति कर डिमांड ही मार कर पैसा निकासी होता है सभी काम जेसीबी मशीन द्वारा कराया जाता है वही काम करने पर भी 194 रुपैया मजदूरी मिलता है वह भी काम करने के बाद
खाता में पैसा 25 से 30 दिनों में मिलता है उससे ₹194 में परिवार चलाना मुश्किल हो जाता है लोग एका दुखा मजदूरों से काम करवा ता है बाकी अधिकतर लोग मशीन से काम करवाते हैं वहां पर जाने में 4 से 500 रुपैया मजदूरी मिल जाता है लोगों ने कहा कि अगर झारखंड में भी रोजगार मिलता तो वहां जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती एक तरफ कोरोनावायरस महामारी के कारण 6 माह से घर पर पड़े हुए हैं परिवार चलाना मुश्किल हो गया है इस कारण अन्य राज्यों में काम की तलाश में जाना मजबूरी हो गया है वही झारखंड के दुमका से 40 मजदूरों ने बस में सवार होकर गुजरात के लिए निकले गुमला से आए लोगों का कहना है हम लोग पहले भी वहां पर काम कर चुके हैं इसलिए वही जा रहे हैं अगर यहां काम रहता तो वहां जाने की जरूरत नहीं पड़ती