बुधवार (14 अक्टूबर) को सुशांत सिंह राजपूत के निधन को 4 महीने पूरे हो गये और इस मौक़े पर एक ऐसी घटना हुई, जिससे सुशांत के चाहने वाले हैरान रह गये। दरअसल, सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति अचानक सोशल मीडिया से ग़ायब हो गयीं। पहले तो इसकी वजह किसी की समझ में नहीं आयी, मगर कुछ घंटे बाद श्वेता ट्विटर पर वापस आयीं और चले जाने का कारण बताया।
श्वेता ने बताया- मेरे सोशल मीडिया एकाउंट को बार-बार लॉग इन करने की कोशिश की जा रही थी, लिहाज़ा उन्होंने उन्हें डिएक्टिवेट कर दिया था। श्वेता के अब ट्विटर और इंस्टाग्राम एकाउंट चालू हो गये हैं। श्वेता, सुशांत के निधन के बाद से ही सोशल मीडिया में काफ़ी सक्रिय हैं और लगातार उनके लिए न्याय की मांग कर रही हैं।
श्वेता के नाम पर सोशल मीडिया में कई फ़र्ज़ी प्रोफाइल भी बने हुए हैं, जिन्हें रिपोर्ट करने की वो अपने फॉलोअर्स से अपील करती रहती हैं। हाल ही में उन्होंने अपने नाम पर चल रहे एक फेक प्रोफाइल को भी रिपोर्ट करने की गुज़ारिश फॉलोअर्स से की थी।
इससे पहले श्वेता ने सोशल मीडिया में एक मुहिम की शुरुआत की थी, जिसे Mann Ki Baat 4 SSR नाम दिया गया था। इसके तहत सुशांत के सभी फैंस को सोशल मीडिया के ज़रिए पीएम नरेंद्र मोदी को संदेश भेजने थे। वहीं, मन की बात वेबसाइट पर जाकर भी सुशांत के लिए मैसेज भेजने थे।
सुशांत सिंह राजपूत का मृत शरीर 14 जून को उनके बांद्रा स्थित आवास पर मिला था। शुरुआत में इसे सुसाइड का मामला माना गया। हालांकि, कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी सुसाइड की पुष्टि हुई थी। मुंबई पुलिस ने पेशेवर रंजिश के एंगल से भी जांच की। हालांकि, परिवार, दोस्त और फैंस इससे संतुष्ट नहीं थे। कुछ दिन बाद सोशल मीडिया के ज़रिए सुशांत केस की सीबीआई जांच की मांग शुरू कर दी गयी।
25 जुलाई को सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना के राजीव नगर थाने में रिया चक्रवर्ती, भाई शौविक चक्रवर्ती, पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती और मां संध्या चक्रवर्ती के साथ हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा और मैनेजर श्रुति मोदी के ख़िलाफ़ रिपोर्ट दर्ज़ करवाई। कुछ दिन बाद बिहार सरकार ने केस की जांच सीबीआई से करवाने की अनुशंसा केंद्र सरकार से की, जिसे केंद्र ने तुरंत स्वीकार कर लिया। इस बीच रिया ने बिहार पुलिस की रिपोर्ट को मुंबई ट्रांसफर करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच जारी रखने की अनुमति दे दी। सीबीआई ने बिहार पुलिस द्वारा दर्ज़ एफआईआर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज़ करके जांच शुरू कर दी।