बिहार में इस बार मुख्‍यमंत्री चेहरों की भरमार, सवाल यह कि किसकी बनेगी सरकार

बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार एक-दो नहीं, पूरे छह मुख्‍यमंत्री चेहरे (CM faces) जाेर आजमा रहे हैं। बिहार के चुनावी इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है। इस बार के चुनाव में मुख्‍यमंत्री व जनता दल यूनाइटेड (JDU) सुप्रीमो नीतीश कुमार (Nitish Kumar) राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के तो राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्‍वी यादव (Tejashwi Yadav) विपक्षी महागठबंधन (Mahagathbandhan) के मुख्‍यमंत्री चेहरा हैं। जन अधिकार पार्टी (JAP) के अध्‍यक्ष पप्‍पू यादव (Pappu Yadav) तथा राष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) अपने-अपने गठबंधनों के मुख्‍यमंत्री चेहरा बनाए गए हैं। इन सबों के बीच एक और मुख्‍यमंत्री चेहरा हैं ‘प्‍लुरल्‍स’ की पुष्‍पम प्रिया चौधरी (Pushpam Priya Chaudhary)। घोषित तौर पर तो नहीं, लेकिन लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के अध्‍यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) भी मुख्‍यमंत्री की दौड़ में शामिल बताए जा रहे हैं।

इस चुनाव में दिख रहे आधा दर्जन चेहरे

पहले के चुनावों में प्रमुख गठबंधनों के एक-दो मुख्‍यमंत्री चेहरे ही नजर आते थे, लेकिन इस बार संख्‍या आधा दर्जन दिख रही है। सवाल यह है कि इनमें कौन अगला मुख्‍यमंत्री बनेगा? माना जा रहा है कि मुख्‍य मुकाबला एनडीए व महागठबंधन (Grand Alliance) में बीच ही होगा। ऐसे में मुख्‍यमंत्री भी इन्‍हीं गठबंधनों में से किसी एक से चुने जाने की उम्‍मीद है। हालांकि, सबकुछ चुनाव परिणाम व उसके बाद के सत्‍ता समीकरण (Political Equations) पर निर्भर करता है।

एनडीए के घोषित सीएम चेहरा हैं नीतीश कुमार

बात मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की करें तो वे 2005 से एनडीए के मुख्‍यमंत्री हैं। साल 2015 के बीते चुनाव में उन्‍होंने आरजेडी व कांग्रेस के साथ महागठबंधन बनाया था। उसके वे मुख्‍यमंत्री चेहरा रहे तथा चुनाव में जीत के बाद मुख्‍यंमत्री बने। हालांकि, नीतीश कुमार बाद में महागठबंधन से नाता तोड़कर फिर बीजेपी के साथ हो गए और एनडीए के मुख्‍यमंत्री बने। आगामी चुनाव में भी वे एनडीए के घोषित मुख्‍यमंत्री चेहरा हैं।

महागठबंधन जीता तो मुख्‍यमंत्री बनेंगे तेजस्‍वी

आरजेडी नेता तेजस्‍वी यादव विपक्षी महागठबंधन के मुख्‍यमंत्री चेहरा हैं। तेजस्‍वी को आरजेडी ने पहले से ही महागठबंधन के मुख्‍यमंत्री चेहरा घोषित कर रखा था, लेकिन इसपर समय-यमय पर मतभेद भी उभरते दिखे। महागठबंधन में शामिल रहे आरएलएसपी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा व हिंदुस्‍तानी अवाम मोर्चा के अध्‍यक्ष जीतनराम मांझी ने तेजस्‍वी की योग्‍यता पर सवाल खड़ किए। हालांकि, ये दोनों दल अब महागठबंधन का हिस्‍सा नहीं रहे। तेजस्‍वी पर सवाल तो कांग्रेस ने भी सवाल उठाए, लेकिन अब मामला सुलझ गया है। फिलहाल तेजस्‍वी यादव आरजेडी, कांग्रेस व वाम दलों के महागठबंधन के मुख्‍यमंत्री चेहरा हैं।

पीडीए के मुख्‍यमंत्री चेहरा बने पप्‍पू यादव

आगामी चुनाव के लिए जेएपी के मुखिया पप्‍पू यादव ने प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन (PDA) बनाया है। इसके मुख्‍यमंत्री चेहरा पप्‍पू यादव हैं। पप्‍पू यादव ने इस गठबंधन में शामिल एसडीपीआइ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके फैजी, आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण और अन्य घटक दलों के नेताओं के साथ साझा संवाददाता सम्‍मेलन किया था, जिसमें यह घोषणा की गई। गठबंधन में शामिल आजाद समाज पार्टी के अध्‍यक्ष चंद्रशेखर रावण ने कहा कि पप्पू यादव के नेतृत्व में बिहार में परिवर्तन की शुरुआत की जा रही है। उनके मुख्यमंत्री बनने से बिहार में दलितों, मुसलमानों एवं अन्य कमजोर वर्गों को सुरक्षा मिलेगी।

अपने गठबंधन में कुशवाहा भी सीएम फेस

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एक और नया गठबंधन ‘ग्रैड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट’ (GDSF) बना है। इसमें आरएलएसपी ने असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) और मायावती की बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ-साथ समाजवादी दल डेमोक्रेटिक, जनतांत्रिक पार्टी सोशलिस्ट के साथ गठबंधन किया है। गठबंधन ने उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया है। मुख्‍यमंत्री चेहरा के रूप में कुशवाहा को समर्थन देने के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उन्‍होंने बिहार के भविष्य के लिए इस गठबंधन को बनाया है।

पुष्‍पम प्रिया के बिना पूरी नहीं होगी लिस्‍ट

मुख्‍यमंत्री चेहरों की बात करें तो ‘द प्लुरल्स पार्टी’ की मुखिया पुष्पम प्रिया चौधरी का नाम भी चर्चा में है। पूर्व जेडीयू विधान पार्षद विनोद चौधरी की बेटी पुष्पम प्रिया चौधरी का मानना है कि बिहार का विकास 30 सालों में नहीं हुआ है। वे खुद को इसे इसे दुरुस्‍त करने के लिए एक विकल्‍प के रूप में दिखा रहीं हें। मूल रूप से दरभंगा जिले की रहने वाली तथा लंदन में उच्‍च शिक्षा प्राप्‍त पुष्‍पम का इसके पहले राजनीति से सीधा वास्‍ता नहीं रहा।

घोषणा तो नहीं, लेकिन चर्चा में चिराग भी

मुख्‍यमंत्री की दौड़ में एक और नाम है, जिसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्‍यमंत्री पद पर दावा तो नहीं किया है, लेकिन बिहार में वे मुख्‍यमंत्री चेहरा नीतीश कुमार के खिलाफ ही एनडीए से अलग हुए हैं। चिराग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में आस्‍था व्‍यक्‍त करते हुए यह भी कहा है कि बिहार में बीजेपी के नेतृत्‍व में सरकार बनी तो वे उसे समर्थन देंगे। चिराग की बातों पर गौर कों तो वे नीतीश कुमार को मुख्‍यमंत्री बनने देना नहीं चाहते हैं। उन्‍होंने अपने अधिकांश उम्‍मीदवार जेडीयू के खिलाफ ही खड़े किए हैं। ऐसे में उनकी पार्टी को अधिक सीटें मिलने का सीधा मतलब जेडीयू को कम सीटें मिलना होगा। ऐसी स्थिति आई तो किसी नए सत्‍ता समीकरण के तहत चिराग भी मुख्‍यमंत्री चेहरा के रूप में उभर सकते हैं।

मुख्‍यमंत्री चेहरों में केवल तीन ही लड़ रहे चुनाव

बिहार के उपरोक्‍त मुख्‍यमंत्री चेहरों में केवल तीन ही चुनाव लड़ रहे हैं। तेजस्वी यादव राघोपुर से तो पप्पू यादव मधेपुरा से चुनाव मैदान में हैं। ‘प्‍लुरल्‍स’ की पुष्‍पम प्रिया पटना के बांकीपुर से नामांकन किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधान परिषद के सदस्य हैं। आरएलएसपी के उपेन्द्र कुशवाहा कहां से चुनाव लड़ेंगे, यह अभी तक तय नहीं दिख रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *