जिलाधिकारी ने किया जिला स्तरीय वनाधिकार समिति की समीक्षा

सोनभद्र  जिला स्तरीय वनाधिकार समिति की नियमित बैठकें कराकर ग्राम स्तर व तहसील स्तरों से संस्तुति के साथ प्रस्तुत होने वाले वनाधिकार के मामलों को नियमानुसार निस्तारित किया जाय और पात्रों को उनका हक दिलाया जाय। जिला समाज कल्याण अधिकारी बेहतर समन्वय के साथ वन विभाग, राजस्व विभाग के संस्तुतियों का परीक्षण कर समिति के समक्ष प्रकरण प्रस्तुत कर पात्रों को उनका हक दिलायें।

उक्त निर्देश जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने जिला स्तरीय वनाधिकार समिति की बैठक में सम्बन्धितों को दियें। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधि0-2006 एवं वन नियमावली-2008 संशोधन नियम 2012 के अनुरूप नियमानुसार प्राप्त प्रकरणों का निस्तारण करते हुए पात्रों को उनका हक दिलाया जाय। जो व्यक्ति देखने में पात्र हैं और उसने कम पढ़े-लिखे होने या किसी अन्य परिस्थितियों में अपने जमीनी कब्जें का रिकार्ड उपलब्ध नहीं करा सकता है। मानवीय दृष्टिकोण को अपनाते हुए राजस्व रिकार्ड, ग्राम पंचायत के रिकार्ड, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के रिकार्ड, निर्वाचन के रिकार्ड आदि को राजस्व विभाग व वन विभाग के कार्मिक सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कर सूची से मिलान करायें। रिकार्डों में उसके सबूत मिलने पर उसके दावों में उस सबूत को शामिल करते हुए तत्परता के साथ ग्राम स्तरीय वनाधिकार समिति व तहसील स्तरीय वनाधिकार समिति के संस्तुति के साथ जिला स्तरीय वनाधिकार समिति के समक्ष प्रस्तुत करें। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों, प्रभागीय वनाधिकारियों के साथ ही वन व राजस्व विभाग के अधिकारियों को दायित्वबोध कराते हुए कहा कि नियमानुसार वनाधिकार का हक पात्रों को दिलाया जाय।जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र बहादुर सिंह को सहेजते हुए कहा कि जिले के चारों तहसीलों के वनाधिकार के मामलों का अनुवीक्षण करें और लगातार उप जिलाधिकारियों को दायित्वबोध कराते हुए वनाधिकार के लम्बित पट्टों के मामलों के निस्तारण में तेजी लायें। उन्होंने कहा कि वनाधिकार के नियमों का पालन कराते हुए अनुसूचित जनजाति के पात्र नागरिकों को वनाधिकार का पट्टा जनप्रतिनिधियों के कर-कमलों से दिलाया जाय।जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने लोक निर्माण विभाग प्रान्तीय से जुड़ी वन क्षेत्रों में बनने वाली सड़कों के सम्बन्ध में वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण-पत्र के समन्वय बैठक में कहा कि घुआस, कन्हारी, ढोलो सम्पर्क मार्ग के लिए सभी मानकों को पूरा करते हुए अनापत्ति प्रमाण-पत्र प्राप्त किया जाय और सड़कों के निर्माण के लिए रूचि लेकर कार्यों को पूरा किया जाय।वनाधिकार की बैठक में जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम के अलावा प्रभागीय वनाधिकारीगण, उप जिलाधिकारीगण, तहसीलदारगण, वन व राजस्व विभाग, समाज कल्याण अधिकारी के0के0 तिवारी, जिला जनजाति कल्याण अधिकारी राजेश खरवार सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *