राष्ट्रीय बधिरता बचाव एवं रोकथाम कार्यक्रम के अंतर्गत बीआरसी, दुद्धी में हुआ एक दिवसीय प्रशिक्षण —
मंगलवार, 4 फरवरी को शासन के निर्देशानुसार राष्ट्रीय बधिरता बचाव के लिए डॉ0 राजितराम यादव की अध्यक्षता में एक दिवसीय प्रशिक्षण सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।उक्त कार्यक्रम में सभी परिषदीय विद्यालयों के एक- एक शिक्षक को प्रशिक्षित किया गया।ज्ञातव्य है कि बच्चों में कान बहने व बधिरता जैसे रोग अधिकांशतः देखे जाते हैं।जानकारी के अभाव में बच्चों को बधिरता जैसे अभिशाप से जूझना पड़ जाता है।इस बाबत डॉ0 राजितराम यादव ने बताया कि बधिरता अब लाइलाज रोग नहीं है।उचित इलाज व देखभाल से इससे मुक्ति पायी जा सकती है। बच्चों के कान में तेल या कोई तीली न डालें इससे पर्दे फटने के डर रहता है।अपने आसपास ऐसे किसी रोगी को तत्काल सरकारी चिकित्सालय में परामर्श व इलाज कराएं।खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री आलोक कुमार ने कहा कि सभी शिक्षकगण अपने विद्यालय व सम्बंधित ग्राम में ऐसे रोगग्रस्त बच्चों की पहचान कर अभिभावकों को जागरूक करें ताकि उनका सही समय पर इलाज हो सके।श्री शैलेश मोहन ने भी बधिरता को बच्चों की शिक्षा में बाधक बताया व उचित इलाज के सम्बंध में जागरूक किया। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक शकील अहमद,मो0 यूसुफ,कृष्णकांत,अविनाश गुप्ता, भोलानाथ,बलवंत सिंह,अरुण राय,मनीष,सदानंद मिश्र,लाल बहादुर, राहुल रंजन,प्रियंशा, नाजिया आदि उपस्थित थे।