आंसूओं से सूजी आंखों के सामने पति का क्षति विक्षत शव सामने आते ही उर्मिला को मानों काठमार गया। शव मिलने से पहले पति के जिदा होने की आस में रातभर खदान में बैठी उर्मिला
संवाददाता- (सुनील कुमार पाठक/ डाला/ सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश)
सोनभद्र : सूजी आंखों के सामने पति का क्षति विक्षत शव सामने आते ही उर्मिला को मानों काठमार गया। शव मिलने से पहले पति के जिदा होने की आस में रातभर खदान में बैठी उर्मिला पति को भी जी भरकर नहीं देख सकी और भाभी के आंचल में मुंह छिपाकर बिलख पड़ी। उसके चित्कार से पास खड़े लोगों की आंखें भी नम हो गईं।
ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली मारकुंडी में शुक्रवार को हुए खदान हादसे के बाद चोपन थाना क्षेत्र के गुरमुरा के पतेहरा टोला में मातम फैल गया। पत्थर के मलबे के नीचे दबे दो घायलों रामलाल व राजेंद्र सिंह को शुक्रवार की शाम निकाला गया था। इन घायलों में रामलाल पतेहरा गांव निवासी होने के कारण घटना की सूचना तत्काल गांव में पहुंची। इसके बाद तो कोहराम मच गया। जिस खदान में हादसा हुआ उसमें पतेहरा गांव के कई लोगों के काम करने की वजह से ही संबंधित परिवार के लोग शुक्रवार की शाम से ही घटना स्थल पर पहुंच गए। घटना स्थल पर पहुंचने वालों में पतेहरा गांव की उर्मिला, चंदा व देवंती भी थी। तीनों पति व देवर को लेकर चितित थीं। इनकी रात भी उसी खदान में गुजरी जिसमें हादसा हुआ। शनिवार की सुबह मलबा के नीचे से जब एक शव निकला और उसकी पहचान पतेहरा गांव निवासी सुलेंद्र के रूप में हुई तो मलबा में दबे परिवार के लोगों के जिदा होने की उम्मीद भी क्षीण हो गई। हालांकि उम्मीद पर ही तीनों खदान में ही घटना स्थल से महज सौ मीटर दूर बैठीं रही। शाम चार बजे निकाले गए दूसरे शव की पहचान जब छोटेलाल पुत्र भुक्खन के रूप में हुई तो तीनों को काठ मार गया। छोटेलाल उर्मिला का पति था जबकि चंदा व देवंती का देवर।