बीट पुलिसिंग प्रणाली के तहत जनपद में दुद्धी कोतवाली को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना गया।
संवाददाता- उपेन्द्र कुमार तिवारी (दुद्धी ब्यूरो/ सोनभद्र / उत्तर प्रदेश)
दुद्धी। दुद्धी कोतवाली को बीट पुलिसिंग प्रणाली के तहत जनपद में मात्र दुद्धी कोतवाली को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना गया है। यह प्रणाली व्यवस्था 1 मार्च से पूरे कोतवाली क्षेत्र में लागू हो गई है। पुलिस क्षेत्राधिकारी दुद्धी संजय कुमार वर्मा ने बताया की दुद्धी कोतवाली क्षेत्र में 4 बीट है। जिसमें 24 सिपाही होंगे और 3 महिला कांस्टेबल सहयोगी के रूप में काम करेंगे। यह बीट कांस्टेबल को बीट अधिकारी के नाम से जाना जाएगा।बीट अधिकारी जनता के बीच जाकर जनता से मित्रता करेंगे और गांव की सारी स्थिति की जानकारी करेंगे।
इन कांस्टेबलों को दो पहिया वाहन मुहैया कराए गए हैं तथा इनको बॉडी वन कैमरा पिस्टल सीयूजी नंबर आदि से लैस होंगे। यह गांव के हर गतिविधियों पर को नजर रखेंगे और गांव में छोटे-मोटे मामले को मौके पर ही निस्तारण करेंगे व वारंट सम्मन तामिला आदि का भी कार्य देखेंगे जो मामले का निस्तारण नही होंगे उनको थाने में लाकर उनका निस्तारण कराएंगे।यही नही आवश्यकता पर यह प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को भी शिक्षा देंगे। हर गांव के ग्रामीणों से अच्छे आचरण से व्यवहार करना मित्रता रखना अपराधियों पर नजर रखना और गांव के संभ्रांत व अन्य लोगों के सारे जानकारी ,नाम और मोबाइल नंबर आदि अपने यहां सुरक्षित रखेंगे। यह प्रणाली 1 मार्च से काम करना शुरू कर दिया है। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि 4 बीट क्षेत्र में 24 कांस्टेबलों तथा 3 महिला कांस्टेबल सहयोगी के रूप में तैनात कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में सौ थानों को चिन्हित किया गया है। जिसमें से जनपद का एकमात्र कोतवाली दुद्धी को भी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना गया है। यह पुलिस बीट अधिकारी गांव में भ्रमण कर हर स्थिति पर नजर रखेंगे और गांव की समस्याओं का भी निस्तारण करेंगे तथा राजस्व गांव जिस स्तर पर लेखपाल कार्य करते हैं। उसी स्तर पर मिलकर बीट अधिकारी भी कार्य करेंगे।