जी हाँ हम बात कर रहे मथुरा ज़िले के एक छोटे से क़स्बे राया के एक नव युवक अमित गोयल की जिसने आज से लगभग पाँच साल पहले अपने दोस्त कुशल अग्रवाल के साथ मिलकर ज़िले में रक्त की कमी को दूर करने के लिए एक संस्था का गठन किया जिसका नाम रखा गया रक्तदाता फ़ाउंडेशन जिससे आज मथुरा वृंदावन आगरा अलीगढ़ हाथरस कोसी बलदेव राया माँट एवं अन्य स्थानो के हज़ारों लोग जुड़कर रक्तदान कर अपनी सेवाए दे रहे हैं
आज ४ मार्च को अपने विवाह के अवशर पर भी उनका जुनून अपने रक्तदान के लिए कम नही हुआ और उन्होंने शादी के दिन ही सुबह रक्तदान शिविर लगाया और शिविर में स्वयं भी रक्तदान किया
संस्थापक अमित गोयल से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया की जबसे रक्तदान से जुड़ा हूँ अनेको लोगों को रक्त के लिए रोते बिलखते देखा है इन पाँच सालों में जनपद में रक्तदान में बहुत बदलाव हुआ है और अभी बहुत होना बाक़ी है सभी लोगों के साथ एवं प्रयास से निरंतर हम प्रयास कर रहे हैं मेरा सपना था की अपनी शादी पर रक्तदान शिविर का आयोजन करूँगा आज सपना पूरा हुआ बहुत ख़ुशी हो रही है
राया कोऑर्डिनेटर कुशल अग्रवाल एवं शुभम अग्रवाल ने बताया की आज का रक्तदान शिविर एक अनोखा और एतिहासिक शिविर हैं पश्चिम उत्तर प्रदेश के इतिहास में आज पहली बार किसी शादी समारोह में रक्तदान शिविर का आयोजन हो रहा है हमारी संस्था के लिए ये एक गौरव का विषय है कि हम इस तरह का आयोजन करने में सफल हुए
मथुरा कोऑर्डिनेटर यतेंद्र फ़ौजदार ने बताया की आज के शिविर में कुल ———यूनिट रक्तदान हुआ जो की ज़िला अस्पताल मथुरा की टीम द्वारा एकत्रित किया गया शिविर में महिला एवं पुरुषों से बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया रक्तदान करने वालों में ————-आदि लोग शामिल रहे
वृंदावन कोऑर्डिनेटर गोविंद खंडेलवाल ने बताया की आज के रक्तदान शिविर का मुख्य उद्देश्य उन लोगों को रक्तदान के प्रति जागरुक करना है जो अधिकतर रक्तदान के लिए अपने काम की आड़ लेकर अपनी वयस्तता दिखाकर रक्तदान से बचना चाहते है सभी लोग जानते है एक शादी के घर में कितना काम होता है फिर सभी परिवार के लोग हमारी जैसी सोच के भी नही होते अनेको तरह की परेशानियों से रूबरू होते हुए हम अपने लक्ष्य पर अढे रहे और इस वयस्त कार्यक्रम में भी रक्तदान शिविर का एक कार्यक्रम जोड़ दिया शिविर में मुख्य रूप से _______ आदि लोग उपस्थिति रहे |