अलीगढ़:मानव उपकार संस्था ने आज 2लावारिस अज्ञात शवों का किया अंतिम संस्कार..

उम्मीद कभी संसार से नही
संसार क़ो रचने वाले से रखनी चाहिए

मानव उपकार संस्था ने आज 2लावारिस अज्ञात शवों का किया अंतिम संस्कार

 

बेटी की डिलीवरी क़े खर्चे हेतु पैसे कमाने बंगाल से आई महिला बीमारी से अपनी जान गंवा बैठी

पैसे क़े अभाव में बेटी ना हो सकी माँ क़े अंतिम संस्कार में शामिल-वीडियो कालिंग से माँ क़े अंतिम दर्शन कर फफक -फफक कर रोई

आज मानव उपकार संस्था क़े संस्थापक अध्यक्ष विष्णु कुमार बंटी क़ो थाना सिविल लाइन थाने की मेडीकल चौकी क़े कांस्टेबिल

नवीन कुमार ने फोन कर बताया कि 16नवम्बर क़ो जेoएंनoएमoसीoएचo से एक महिला का शव प्राप्त हुआ हें उपरोक्त महिला से एक मोबाइल फोन मिला जिसके आधार पर महिला की शिनाख्त बुलबुली पत्नी स्वःविपुल बर्मन निवासी शिघुलकुशी जनपद कुश विहार ,पश्चिम बंगाल क़े रूप में हुई हें तथा उपरोक्त फोन पर वार्ता करने पर उसकी पुत्री विपली बर्मन पत्नी चन्दन बर्मन ने आने में असमर्थता वयक्त की हें ! अतः आप उपरोक्त महिला क़े शव का अंतिम संस्कार करने का कष्ट करें ! जिस पर मानव उपकार संस्था क़े संस्थाध्यक्ष विष्णु कुमार बंटी ने नियमानुसार शव क़े 72 घंटे पूर्ण होने पर तथा पोस्टमार्टम उपरांत शव क़ो नुमाइश मैदान स्थित मुक्तिधाम
लेकर आने क़ो कहा जिस पर मेडीकल चौकी क़े सिपाही  नवीन कुमार अपने साथी होमगार्ड श्री अशोक कुमार क़े साथ उपरोक्त महिला  बुलबली क़े शव क़ो लेकर मुक्तीधाम आये तो शायद पोस्टमार्टम हाउस पर फ्रीजर खराब होने क़े कारण महिला क़े शव से काफी दुर्गन्ध आ रही थी तथा शव भी फ़ूल गया था शव की स्थिति देखकर संस्थाध्यक्ष विष्णु कुमार बंटी एवं अंतिम संस्कार प्रभारी सत्यनारायण दीक्षित उपरोक्त शव क़े अंतिम संस्कार की तैय्यारी में जुट गये तभी सिपाही  नवीन कुमार क़े मोबाइल पर मृतका की बेटी विपली बर्मन का फोन आया कि मुझे मेरी माँ क़े अंतिम दर्शन एवं अंतिम संस्कार दिखा दीजिए जिस पर नवीन कुमार ने विष्णु कुमार बंटी से अनुरोध किया और बंटी ने फोन पर मृतका की बेटी से अपनी माँ क़े अंतिम संस्कार में शामिल ना होने का कारण पूछा तब विपली ने बताया कि मैं अपने पति चन्दन क़े साथ अपनी माँ क़े घर पर ही रहती हूँ मेरा कोई भाई-बहिन नही हें मैं गर्भवती हूँ मेरा पति भी छोटी-मोटी मजदूरी करता हें मेरी डिलीवरी हेतु पैसे की आवश्यकता थी जिसके लिये मेरी माँ क़ो ठेकेदार हाशिम नोएडा मजदूरी कराने हेतु लाया था और मेरी माँ क़ो बुखार आ रहा था और फिर मेरी माँ मर गई मुझ पर ना तो पेसा हें और ना मेरी हालत ऐसी हें कि मैं वहाँ आकर अपनी माँ का अंतिम संस्कार कर सकूँ अतः आप मेरी माँ क़ो मोबाइल पर ही दिखा दीजिए जिस पर विष्णु कुमार बंटी ने मानव उपकार संस्था क़े चालक नूतन राजपूत एवं शव क़ो लेकर आये कर्मचारी पप्पू से वीडियो कालिंग क़े माध्यम से एक अभागी बेटी क़ो उसकी माँ क़े अंतिम दर्शन की व्यवस्था कराई अपनी माँ की ऐसी भयावह स्थति देखकर एक बेटी फफक -फफक कर रो पड़ी…
आज ही संस्था द्बारा थाना गभाना क्षैत्र से आये एक अज्ञात लावारिस 26 वर्षीय व्यक्ति का भी अंतिम संस्कार किया

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