अलीगढ़। ज्ञान महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने इंटरनेशनल गुडविल सोसाइटी ऑफ इंडिया नई दिल्ली द्वारा जस्टिस डॉ नागेन्द्र सिंह की स्मृति में “रक्षा एवं अंतरिक्ष तकनीकी में नए विकास” विषय पर वार्षिक व्याख्यान सिविल सर्विसेज ऑफिसर्स इंस्टिट्यूट नई दिल्ली में प्रतिभाग किया।मुख्य वक्ता डॉ डब्ल्यू सेल्वा मूर्ति ,पूर्व महानिदेशक डी आर डी ओ व अध्यक्ष साइंस,रिसर्च व इनोवेशन फाउंडेशन, एमिटी विश्वविद्यालय ने भारत की रक्षा व अंतरिक्ष में खोजों से बढ़ती हुई ताकत का उल्लेख किया।
उन्होंने रक्षा विज्ञान व अंतरिक्ष के क्षेत्र में आत्म निर्भर होने पर हर्ष व्यक्त किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि निवर्तमान कैबिनेट सचिव व वरिष्ठ आई ए एस रहे बी के चतुर्वेदी ने भारत की रक्षा अनुसंधान में अग्रणी पहचान के बारे में बताया व वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना की। ज्ञान महाविद्यालय के अधिशासी अधिकारी डॉ ललित उपाध्याय ने मुख्य अतिथि बी के चतुर्वेदी के जीवन परिचय के माध्यम से उनकी उल्लेखनीय सेवाओं को सदन को अवगत कराया।प्राचार्य डॉ वाई के गुप्ता ने से.नि. वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ब्रह्म देव शर्मा का स्वागत किया।
इस अवसर पर आईजीएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष से.नि. आईएएस अधिकारी डॉ योगेन्द्र नारायण ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम का आभार राष्ट्रीय महासचिव डॉ आर के भटनागर ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सी ए दीन दयाल अग्रवाल,सी ए प्रमोद माहेश्वरी सहित ज्ञान महाविद्यालय के संकाय सदस्यों सहित अधिकारी व रक्षा विशेषज्ञ उपस्थित रहे।
इसके साथ ही ज्ञान महाविद्यालय के शिक्षकों ने प्रधानमंत्री संग्रहालय का भी शैक्षिक भ्रमण कर लोकतंत्र,संविधान व अब तक के प्रधानमंत्रियों के बारे में जाना। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ वाई के गुप्ता, डॉ जी जी वार्ष्णेय,डॉ एच एस चौधरी,डॉ भावना सारस्वत,आर के शर्मा,डॉ दुर्गेश शर्मा सहित कला,वाणिज्य,विज्ञान,शिक्षक शिक्षा के संकाय सदस्य व शिक्षणेत्तर कर्मी उपस्थित रहे।