फ्री-ओमिक्रोन टेस्ट के नाम पर होने वाली साइबर ठगी से रहे सावधान

अलीगढ़: श्रीमान अपर पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम लखनऊ, उ0प्र0 के आदेश के क्रम मे पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम लखनऊ, उ0प्र0 के निर्देशन मे चलाये जा रहे साइबर सुरक्षा जागरुकता अभियान के तहत आज दिनांक 31/12/2021 को प्रभारी निरीक्षक श्री सुरेन्द्र कुमार व उ0नि0 श्री समरपाल सिंह तथा महिला उ0नि0 श्रीमती कुसुम लता, आरक्षी अमर कुमार व आरक्षी मंयक गौतम साइबर क्राइम थाना अलीगढ़ परिक्षेत्र, अलीगढ़ द्वारा भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा मे वहां उपस्थित आमजन को साइबर अपराध से सुरक्षा के सम्बन्ध मे जागरुक किया गया ।

साइबर क्रिमिनल्स हमेशा नागरिकों को ठगने के नए-नए तरीके खोजते रहते हैं। जैसा कि आजकल ओमिक्रोन वैरिएंट थीम वाले साइबर अपराध हर दिन बढ़ रहे हैं। साइबर अपराधी निर्दोष पीड़ितों को ठगने के लिए तेजी से विकसित हो रही स्थिति का फायदा उठाने के लिए साइबर अपराध को अंजाम देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।

कैसे करते है साइबर ठगी –

1. साइबर अपराधी एक फर्जी लिंक के साथ ओमिक्रोन के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण के संबन्ध में ई-मेल भेजते हैं।यह फर्जी लिंक असली जैसा ही दिखता है ।
2. सरकारी और निजी स्वास्थ्य सेवाओं की नकल की जा रही है ।(इनके नामों का उपयोग प्रेषक के रूप में किया जाता है) जिससे भोले-भाली जनता साइबर अपराधियो के झाँसे मे आ जाती है।
3. साइबर अपराधियो द्वारा भेजे गये फर्जी मेल के माध्यम से फर्जी लिंक ” मुफ्त कोविड-19 ओमिक्रोन आरटी-पीसीआर टेस्ट” कराने के नाम पर आमजन झाँसे मे आ जाते है तथा साइबर ठगी के शिकार हो जाते है।
4. इस तरह से साइबर अपराधी पीडित की व्यक्तिगत व बैंक से सम्बन्धित जानकारी हासिल कर लेते हैं।

बचाव-

1. संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से पहले प्रेषक के विवरण और ईमेल पते की जांच करें।

2. अज्ञात प्रेषकों के ई-मेल से बचें।
3. स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य सरकारी/गैर-सरकारी सेवाओं की अनौपचारिक वेबसाइटों का उपयोग करने से बचें।

4. वेबसाइटों की प्रामाणिकता की जांच के लिए डोमेन नाम और यूआरएल की जांच करें।

5. उन वेबपेजों से बचें जिनका पता https:// से शुरू नहीं होता है।

6. ईमेल/संदेश को प्रमाणित करने के लिए उल्लिखित सरकार/निजी स्वास्थ्य सेवा से सीधे संपर्क करें।

7. cybercrime.gov.in portal पर ऐसी किसी भी घटना की रिपोर्ट करें और अधिक जानने के लिए ट्विटर पर @CyberDost को फॉलो करें।

8. साइबर धोखाधड़ी का शिकार होने पर 155260 पर तुरंत कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज करायें।

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