विभिन्न लैम्पसों पर यूरिया खाद की किल्लत से किसानों में आक्रोश

विभिन्न लैम्पसों पर यूरिया खाद की किल्लत से किसानों में आक्रोश

डिजिटल भारत न्यूज़ 24×7 LiVE- संवाददाता- वीरेंद्र कुमार गुप्ता- (विंढमगंज/सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)

विंढमगंज सोनभद्र:– स्थानीय थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 29 ग्राम पंचायतों के किसानों को खाद बीज उपलब्ध कराने के लिए सरकार के द्वारा क्रय विक्रय समिति सलैयाडीह, विंढमगंज लैंपस, मेदनीखाड़ लैंपस, महुली लैंपस, पकरी लैंपस का केंद्र स्थापित किया गया है। इन केंद्रों के द्वारा ही सरकार के द्वारा आने वाले खाद बीज का वितरण किसानों को उचित मूल्य पर दिया जाना सुनिश्चित किया गया है

परंतु बीते एक पखवारा से यूरिया खाद की आपूर्ति इन केंद्रों पर नहीं होने के कारण धान की फसल में यूरिया खाद डालने के लिए किसान काफी परेशान हैं जिसके मद्देनजर 2 दिन पूर्व उक्त केंद्रों पर यूरिया खाद की कुछ गाड़ियां आई परंतु खाद की आपूर्ति से ज्यादा किसानों का मांग के वजह से केंद्रों पर यूरिया खाद लेने के लिए मारामारी की स्थिति उत्पन्न होने पर स्थानीय प्रशासन को खड़े होकर यूरिया खाद बटवाना पड़ा आज भी उक्त लैंपसों पर पुलिस की मौजूदगी में प्रत्येक किसान को एक ही बोरा खाद का वितरण किया गया । क्रय विक्रय समिति सलैयाडीह के सचिव सुरेश प्रसाद यादव ने बताया कि केंद्र पर कम खाद आने के वजह से ही किसानों का आक्रोश बढ़ा है अभी लगभग 2000 बोरी और खाद की जरूरत है तब जाकर सलैयाडीह, बूटबेढ़वा, मूड़ीसेमर, धरतीडोलवा के किसानों को यूरिया खाद पूर्ण रूप से मिल पाएगा कल 564 बोरा यूरिया खाद का वितरण किया गया तथा बचा हुआ 186 बोरा आज वितरण किया जाएगा वही विंढमगंज लैंपस के सचिव दीप नारायण यादव ने बताया कि इस केंद्र पर अभी लगभग 1500 यूरिया खाद की और जरूरत है तब जाकर सारे किसानों को खाद मिल पाएगा कल 455 बोरा खाद का वितरण किया गया है तथा 180 बोरा बचा हुआ खाद का वितरण आज किया जाना है। मेदनीखाड़ लैंपस के सचिव नारायण ने बताया कि हमारे केंद्र पर लगभग 2000 बोरा और यूरिया खाद की जरूरत है तब जाकर कोलिनडूबा, केवाल, हरनाकछार, घिवही, जोरूखाड़, मेदनीखाड़ के किसानों को खाद आपूर्ति हो पाएगी। महुली व पकरी लैंपस के सचिव परमेश्वर यादव ने बताया कि हमारे केंद्रों पर अभी लगभग 3000 बोरी यूरिया खाद की और आवश्यकता है इतना खाद आ जाने के बाद इलाके के समस्त किसान यूरिया खाद धान में डालकर मुक्त हो जाएंगे ।वही किसान मनोज कुमार ,सियाराम ,रमेश प्रसाद यादव, महेंद्र कुमार यादव ,राजू गुप्ता, सुरेंद्र कुमार ,महेश यादव, रामप्रसाद यादव ,अशोक यादव ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जहाँ सरकार एक और यह दावा करती है कि किसानों को किसी भी सूरत में खेती करने के लिए खाद बीज की किल्लत नहीं होने दी जाएगी परंतु ना जाने किन परिस्थितियों में हम किसानों को धान की फसल में खाद डालने के लिए समुचित खाद नहीं मिल पा रहा है जबकि हम लोग प्रतिदिन इन केंद्रों पर खाद लेने के लिए घंटों लाइन लगाकर खड़े रहते हैं कुछ को खाद मिलता है तथा कुछ मायूस होकर अपने घर चले जा रहे हैं ।वहीं किसान खुले बाजार में यूरिया खाद ₹350 से लेकर ₹480 तक खाद लेने को मजबूर है जो किसानों के साथ सरासर अन्याय है।

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