बर्फीली हवाओं ने बढ़ायी ठंड, गलन बरकरार

सोनभद्र : मौसम के बदले मिजाज के कारण हवाओं की तल्खी बढ़ गई है। शुक्रवार को पूरे दिन धुंध रही। बर्फीली हवा चलने से गलन बरकरार रही। शाम ढलते ही कई इलाकों में कोहरा छा जाने से सड़कों पर आवागमन कठिन हो गया। इसके साथ ही कोहरे से सड़क पर चलना जोखिम भरा हो गया है।

सर्द हवा व कोहरा किसी आफत से कम नहीं साबित हो रहा है। गिरे तापमान के आगे अब हर किसी के शरीर पर ऊनी कपड़े दिखने लगे हैं। शुक्रवार को सोनांचल का अधिकतम तापमान जहां एक तरफ 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया तो न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रहा। लगातार न्यूनतम व अधिकतम तापमान में अंतर कम होने से गलन बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा शाम होते ही लोग अलाव के आसपास एकत्रित हो जा रहे हैं। ठंड से बच्चों व बुजुर्गों के बीमार पड़ने का सिलसिला भी जारी है। ठंडक बढ़ने के असर बाजारों में भी दिख रहा है। सड़कों पर शाम के वक्त लोग दो पहिया वाहन लेकर निकलने से परहेज करते दिखे।

चुर्क स्थित मौसम विभाग के राजन ने बताया कि ठंड से अभी राहत नहीं मिलने वाली है। पश्चिमी विक्षोभ का असर अब धीरे-धीरे बढ़ेगा, जिसके कारण बर्फीली हवाएं सताएंगी। कोहरा व सर्द हवा चलने का यह क्रम अभी कुछ दिन तक अपने चरम पर रहेगा। कुल मिलाकर ठंड से लोगों को दिसंबर में विशेष कोई राहत नहीं मिलेगी।

ठंड को देखते हुए रैन बसेरों की कराई जाए व्यवस्था

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिले में सर्दी का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। इससे लोगों की परेशानियां बढ़ने लगी है। सबसे अधिक दिक्कत गरीब तबके के लोगों को उठानी पड़ रही है। इसको देखते हुए प्रशासन की तरफ से सक्रियता बढ़ा दी गई है। ठंड एवं शीतलहरी से उत्पन्न होने वाली समस्याओं को देखते हुए निराश्रित एवं कमजोर वर्ग के असुरक्षित व्यक्तियों के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने का निर्देश एडीएम ने संबंधित अधिकारियों को दिया।

अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र बहादुर सिंह ने मुख्य चिकित्साधिकारी, सूचना अधिकारी, चारों तहसीलों के एसडीएम व नगर निकायों के ईओ को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्रों में रैन बसेरों की व्यवस्था की जाए। कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए ठंड एवं शीतलहरी से उत्पन्न होने वाली समस्याओं के कारण निराश्रित असहाय एवं कमजोर वर्ग के असुरक्षित व्यक्तियों को राहत पहुंचाने के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

इसमें लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात कही। एडीएम ने कहा कि आश्रयहीन व्यक्तियों के लिए रैन बसेरों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाय, कोई भी व्यक्ति रात में सड़क अथवा फुटपाथ पर सोने के लिए बाध्य न हों। इन रैन बसेरों, शेल्टर होम में रुकने वाले लोगों को ठंड से बचाने के लिए आवश्यक समस्त न उपाय जैसे गद्दे, कंबल, स्वच्छ पेयजल, शौचालय एवं किचन आदि का प्रबंध किया जाए। साथ ही रैन बसेरों के आस-पास अलाव जलाने की व्यवस्था किया जाए ।

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