अलीगढ़:पिया के नाम की मेहंदी हांथो में सजाए सेज पर बैठी रह गई दुल्हन,दहेज नही तो बिना ब्याहे लौटा दुल्हा…

 

पिया के नाम की मेहंदी हांथो में सजाए सेज पर बैठी रह गई दुल्हन,दहेज की मांग पूरी “न” होने पर बिन दुल्हन दूल्हा लोटा ले गया बारात

शादी के मंडप में दहेज की मांग पूरी ना होने के चलते दहेज लोभी दूल्हा डाले के सामान को देखकर इतना ज्यादा खिन्न हो गया कि उसने शादी करने से इनकार कर दिया। दहेज लोभी दूल्हे को समझाने के लिए पूरी रात और समझौता वार्ता भी चली, लेकिन वह बारात चढ़त के बाद शादी की रस्में पूरी करने का नाम ही नहीं ले रहा था। जिसके बाद हाथों में पिया के नाम की हाथों में मेहंदी रचा कर सेज पर बैठी दुल्हन को छोड़कर दूल्हा बिना दुल्हन के अपनी बारात लौटाकर ले गया।

अलीगढ़ के थाना छर्रा क्षेत्र के गांव सलगवा से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक शादी समारोह के दौरान दुल्हा बेंड बाजे ओर ढोल नगाड़ों के साथ बारात चढ़ाने के बाद जब शादी के मंडप में पहुंचा था। जहां दहेज के सामान को देख कर दूल्हा बिफ़र गया ओर दहेज में उसकी मांग पूरी न होने के चलते उसने अपनी दुल्हन के साथ जयमाला सहित अन्य कार्यक्रम करने से मना कर दिया। दूल्हे के इस फैसले से घराती सकते में आ गए। वहीं, इस घटना के बाद दुल्हा बिना दुल्हन के ही अपनी बारात लेकर वापस लौट गया। इस दौरान बारातियों ने दावत भी खाई. बताया जा रहा है कि एक लाख रुपये दहेज में नहीं मिलने पर बात बिगड़ गई। हालांकि दुल्हन के भाई ने पैर पकड़ लिए और दुल्हन ने भी खुब खुशामद भी की गई। लेकिन जब दूल्हे ने शादी तोड़ दी तो दुल्हन मेहंदी लगे हाथों में थाने पहुंच गई और दहेज लोभी दूल्हे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना छर्रा क्षेत्र के सलगवा गांव निवासी यादराम सिंह ने अपनी पुत्री मीनू की शादी थाना खैर इलाके के कस्बा खैर अड्डा स्थित मोहल्ला नगला मेहताब निवासी युवक उजागर सिंह के साथ तय की थी। जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच शादी की तारीख 16 अप्रैल निहित की गई थी। बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों की तरफ से दूल्हा और दुल्हन की शादी की तारीख निहित होने के बाद सगाई में दुल्हन पक्ष ने 4 से 5 लाख रुपये खर्च कर दिए थे। इसके बाद रविवार को धूमधाम से बारात आई ओर घोड़ा बग्गी पर पगड़ी लगाकर बैठे दूल्हे ने ढोल नगाड़े और बैंड बाजों के साथ बारात चढ़त का पूरा लुत्फ उठाया।जिसके बात दुल्हन के द्वार पर घोड़ा बग्गी में बैठकर पहुंचे दूल्हे ओर बारातियों का दुल्हन पक्ष ने बढ़-चढ़कर स्वागत किया। इस दौरान शादी में शरीक होने के लिए पहुंचे दूल्हे के बारातियों को शादी के मंडप में दावत भी करवाई। बताया जा रहा है कि जब डाला खोला गया तो दहेज के सामान से दूल्हा पक्ष बिदक गया और दूल्हा उजागर सिंह दुल्हन को शादी के मंडप में छोड़ते हुए अपनी बारात लेकर अपने गांव वापस लौट गया।बताया जा रहा है कि इस दौरान दुल्हन मीनू के भाई दिनेश ने दूल्हे उजागर सिंह के पैर पकड़ लिए। दुल्हन ने भी खूब खुशामद की। लेकिन दूल्हा पक्ष भंवर डालने के लिए तैयार नहीं हुए। दोनों पक्षों के बीच सोमवार को भी वार्ता होती रही। लेकिन दहेज को लेकर पेंच फंस गया। लड़की ने अपनी सामर्थ्य के अनुसार बेटी की खुशी के लिए जो खर्च करना था। वह किया। वही एक लाख अतिरिक्त दहेज मांगने पर दुल्हन पक्ष ने हाथ जोड़ लिये, इसके बाद दुल्हन मीनू दहेज लोभी दूल्हे के खिलाफ शिकायत लेकर थाना छर्रा पहुंच गई और दूल्हे पक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

दुल्हन मीनू का कहना है कि नगला मेहताब से बारात आई थी। दावत खाई और दहेज पर बात बिगड़ने पर दूल्हा पक्ष वापस लौट गया। दुल्हन मीनू ने बताया कि उसके भाई और परिवार के लोगों ने दूल्हे के बहुत हाथ पैर जोड़े, लेकिन बात नहीं बनी। बारात में करीब डेढ़ सौ से अधिक लोग शामिल हुए थे। दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर दूल्हे ने भंवर नहीं डाली,ओर बिना शादी किए हुए ही दूल्हा अपनी बारात को लेकर वापस चला गया।

वही भाई दिनेश ने आंखों में आंसू लेते हुए कहा कि दूल्हे पक्ष ने दहेज मांगा, लेकिन अब हमारे परिवार के पास दहेज में देने के लिए एक लाख रुपये नहीं है। दिनेश ने बताया की बारात चढ़ गई थी. दावत हो गई थी. वही दहेज की बात होने पर भंवर नहीं पड़ी. दूल्हा बिना शादी के वापस लौट गया. वहीं अब दिनेश दूल्हे पक्ष के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर बहन के साथ थाना छर्रा पहुंचा. मामले को लेकर क्षेत्राधिकारी शुभेंदु सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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