सार्वजनिक चौक चौराहा पर अवैध क्रूस निर्माण का गऊँवा,बैगा और प्रधान करेंगे विरोध.

सार्वजनिक चौक चौराहा पर अवैध क्रूस निर्माण का गऊँवा,बैगा और प्रधान करेंगे विरोध

डिजिटल भारत न्यूज़24×7 LiVE– संवाददाता- (नितेश कुमार/ भंडरिया/ गढ़वा/ झारखण्ड)

भंडरिया(गढ़वा) -भंडरिया थाना क्षेत्र के सरईडीह गांव स्थित प्रस्तावित हाई स्कूल के मैदान में 19 गांव के मंझिया सह ग्राम छेतकी के बैगा महेंद्र सिंह के अध्यक्षता में कई गांव के लोग धर्म जागरण को लेकर बैठे। बैठक में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मझिया महेंद्र सिंह ने कहा कि सरईडीह सनातनी आदिवासी बहुल गांव है, किंतु इस गांव में प्रवेश करने के सभी मुख्य रास्तों पर एवं आसपास के गांव के मुख्य चौराहा एवं सड़क पर ईसाई मिशनरियों के द्वारा क्रूस खड़ा कर दिया जाना हम सबों के अस्तित्व को मिटाने का एक प्रयास है। भंडरिया प्रखंड अनुसूचित जनजाति बहुल प्रखंड है यहां पर हम सभी शांतिपूर्ण ढ़ंग से जीवन जीते हैं।

दूसरी ओर मिशनरी के लोग गांव के चौक चौराहों पर सार्वजनिक जमीन पर अपने धर्म के प्रतीक क्रूस को खड़ा कर रहे हैं, जिसे देखकर बाहर से आए कोई भी व्यक्ति भ्रमित हो जाएगा और हमारे सनातनी गांव को ईसाई बहुल गांव समझने लगेगा। जो हमारे अस्तित्व को समाप्त करने का एक साजिश है। बैठक को संबोधित करते हुए सुमन उरांव ने कहा कि वर्तमान में कुछ लोग आने वाले जनगणना में आदिवासी समाज को सरना धर्म कोड मांगने के लिए उकसा रहे हैं। हम सभी सदियों से सनातनी आदिवासी हैं और संवैधानिक रूप से अनुसूचित जनजाति के सभी आरक्षण का लाभ ले रहे हैं। फिर हम सबको सरना धर्म कोड की क्या आवश्यकता है। वैसे लोग जिनका मिशनरी के द्वारा धर्मांतरण कराया गया है, उन्हें भ्रमित कर चर्च परिसर में करमा पुजा, सरना पूजा आदि आयोजन कर भ्रम फैलाकर आदिवासियों के हक मारने का प्रयास किया जा रहा है। मिशनरी अपने स्वार्थ में सरना कोड की मांग कर रहे हैं, जबकि अनुसूचित जनजाति समाज को इसकी कोई आवश्यकता महसूस नहीं होती। वहीं उदेश्वर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि गांव का चौक चौराहा एवं मुख्य सड़क गांव में निवास करने वाले सभी जाति धर्म पंथ के लोगों का होता है। इसमें किसी एक धर्म या पंथ का कब्जा नहीं होता। किंतु मिशनरियों के द्वारा बहुत तेजी से कई गांव के चौक चौराहा मुख्य सड़क पहाड़ जैसे सार्वजनिक स्थलों पर ईसाई धर्म का प्रतीक क्रूस का निर्माण एवं स्थापना किया जा रहा है। जो अतिक्रमण के साथ ही अपने धर्म को जबरन प्रचारित करना है। दूसरी ओर वन विभाग, पथ निर्माण विभाग एवं अंचल विभाग इस मामले में मौन है जो आने वाले भविष्य में एक नया विवाद खड़ा कर सकता है। जल्द ही सनातनी धर्मावलंबी सार्वजनिक स्थानों के अतिक्रमण का विरोध करेगें। बैठक को महंगाई के बैगा शिवनाथ सिंह, ग्राम सरईडीह के ग्राम प्रधान प्रेम सिंह, बायाखुरा के बैगा लखन सिंह, 5 गांव के देवार मैनेजर देवार, ग्राम सरईडीह के गऊँवा विशुन सिंह, सरस्वती देवी, राष्ट्रपति देवी, बसंती देवी, सुनीता देवी, अंबिका सिंह आदि सहित दर्जनों लोगों ने संबोधित किया। संबोधन में गाँव के चौक चौराहा पर क्रूस लगाने का सभी ने एक स्वर में कड़ी निंदा की। गाँव में मंडली को सक्रिय करने, धार्मिक क्रियाकलापों में जन भागीदारी बढ़ाने के साथ ही पूरे प्रखंड के प्रत्येक गाँव के बैगा,प्रधान,गऊँवा एवं देवार के द्वारा सामुहिक रूप से प्रशासन को कुंभकर्णी नींद से जगाकर चौक चौराहा एवं मुख्य सड़क से क्रूस हटवाने का निर्णय लिया। उपस्थित लोगों ने अतिक्रमण नही हटाये जाने पर सामुहिक आन्दोलन करने की बात कही। मझिया महेन्द्र सिंह ने कहा कि सभी बैगा, गऊँवा, प्रधान,देवार को साथ लेकर सार्वजनिक स्थलों को अतिक्रमण मुक्त कराने की योजना की जा रही है, आवश्यकता पड़ने पर सभी सनातनी अनुसूचित जनजाति परिवार सड़क पर निकलकर विरोध दर्ज कराएँगे। बैठक में आस पास के दर्जनों गाँव के महिला पुरूष मौजूद थे।

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